अहमदाबाद में स्टाइपेंट में बढ़ोतरी की मांग को लेकर 1200 रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं जिससे मरीजों को इलाज में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. धवल गमेती ने बताया कि राज्य स्वास्थ्य विभाग ने स्टाइपेंड को 40 प्रतिशत बढ़ाने की मांग को स्वीकार किया था, लेकिन इसे केवल 20 प्रतिशत बढ़ाकर लागू कर दिया गया है। अहमदाबाद सिविल अस्पताल के लगभग 1,200 रेजिडेंट डॉक्टर ने सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा की है। इस हड़ताल के कारण रोगियों के इलाज में दिक्कतें आ रही हैं। डॉक्टरों की मांग है कि उनकी स्टाइपेंड बढ़ाने के लिए सरकार से संवेदनशीलता दिखाई जाए। आधिकारियों के मुताबिक, हड़ताल के कारण स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुईं हैं। मरीजों और उनके परिजनों ने असवारा स्थित सुविधा केंद्र में इलाज के लिए लंबे समय तक इंतजार की शिकायत की है। यह सुविधा केंद्र बीजे मेडिकल कॉलेज से जुड़ा हुआ है, जो राज्य के प्रमुख अस्पतालों में से एक है।
राज्य के रेजिडेंट डॉक्टरों के अनुसार, जब तक कोई समाधान नहीं मिल जाता, वे हड़ताल के तहत ट्रॉमा सेंटर में देखभाल, इमरजेंसी और ओपीडी सेवाओं सहित सभी कामों से दूर रहेंगे। जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. धवल गमेती ने बताया कि राज्य स्वास्थ्य विभाग ने स्टाइपेंड 40 प्रतिशत बढ़ाने का वादा किया था, लेकिन इसे लागू नहीं किया गया। इस मुद्दे पर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात के बाद अब उन्होंने आंदोलन से हटने का आश्वासन दिया है।
वादे से पीछे हट रही सरकार: जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन
जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन के गमेती ने कहा कि सरकार अपने वादे से पीछे हट रही है। उन्होंने बताया कि अब उन्हें अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। उन्हें लगता है कि राज्य सरकार ने केवल 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है, जो कि उनके वादे का आधा है। इसके अलावा, सरकार ने अब स्टाइपेंड को हर बार संशोधित किया जाएगा और पांच साल की जगह तीन साल में यह होगा। यह स्थिति स्वीकार्य नहीं है क्योंकि सरकार अपने वादे से पीछे हट गई है।
हड़ताल के कारण लोगों को परेशानी हो रही है, एक व्यक्ति ने कहा कि वह अपने रिश्तेदार को पीलिया के इलाज के लिए राजकोट से लाया था, लेकिन डॉक्टरों की अनुपलब्धता के बारे में बताया गया. परिजनों ने कहा, ‘कई घंटों तक गलियारे में इंतजार करने के बाद हमें दूसरे दिन आना होगा.’
सभी मेडिकल स्टाफ की छुट्टियां रद्द
इस स्थिति के बारे में बोलते हुए, सिविल अस्पताल के अतिरिक्त चिकित्सा अधीक्षक रजनीश पटेल ने कहा, ‘सभी मेडिकल और और नॉन मेडिकल कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं. हमने मरीजों की देखभाल के लिए ड्यूटी टाइम का समायोजन किया है और अन्य जिला अस्पतालों से डॉक्टरों को बुलाया है. अभी वर्तमान में 130 डॉक्टर ड्यूटी पर हैं.’