कई साल से जिले में सर्कल रेट में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना अथॉरिटी से उनके जमीन आवंटन और मुआवजा रेट की रिपोर्ट की मांग की गई है। इस रिपोर्ट को अगले दिनों में प्रस्तुत किया जाएगा और उसके बाद सर्कल रेट का नया ड्राफ्ट तैयार किया जाएगा। इसके बाद मीटिंग आयोजित की जाएगी और प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा।
नोएडा: क्या आप नोएडा, ग्रेटर नोएडा की हाईराइज सोसायटी में रहते हैं? क्या आपने फ्लैट की रजिस्ट्री के लिए एनओसी मिलने के बाद भी इसे अब तक नहीं कराया है? अगर हां, तो अब इसमें कार्रवाई करने का समय आ गया है।
दो महीने के भीतर अपने फ्लैट की रजिस्ट्री करा लें। इसका कारण यह है कि अगले दो महीनों में जिला प्रशासन सर्कल रेट में वृद्धि करने की योजना बना रहा है। जानकारी के अनुसार, प्रशासन ने सर्कल रेट में 20-25 प्रतिशत की वृद्धि की तैयारी की है। इसके कारण, दो महीने बाद फ्लैट की रजिस्ट्री का स्टाम्प खर्च महंगा हो सकता है और आपको अधिक खर्च करना पड़ सकता है।
जिला प्रशासन ने नोएडा अथॉरिटी, ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी और यमुना अथॉरिटी से उनके जमीन आवंटन की दरें और किसानों से जमीन अधिग्रहण के दौरान उन्हें दिए जाने वाले राशि पर नजर रखने के लिए इस कदम की योजना बनाई है।
जल्द ही जिला प्रशासन को एक रिपोर्ट प्राप्त होगी जिसमें सर्कल रेट के बारे में जानकारी होगी। इसके बाद, जिला प्रशासन एक मीटिंग आयोजित करेगा जिसमें सर्कल रेट की दरों पर चर्चा की जाएगी। इस मीटिंग में बढ़ती हुई सर्कल रेट की दरों का ड्राफ्ट तैयार किया जाएगा। हालांकि, जिला प्रशासन के अधिकारी अभी इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं दे रहे हैं।
2015 से जिले में सर्कल रेट में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
2015 में जिले में सर्कल रेट की दरों में वृद्धि हुई थी, लेकिन उसके बाद से कोई नया बदलाव नहीं किया गया है।
2022 में सर्कल रेट की दरों को तीनों अथॉरिटी के मार्केट रेट की दरों के बराबर करने का प्रस्ताव जिला प्रशासन ने तैयार किया था लेकिन उस प्रस्ताव के अनुसार कई एरिया में 75 प्रतिशत तक सर्कल रेट की बढ़ोतरी हो रही थी। उस प्रस्ताव का लोगों ने काफी विरोध किया। बात शासन तक पहुंची जिसके बाद 2022 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए शासन स्तर से उस प्रस्ताव को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया, लेकिन इस बार जिला प्रशासन की टीम ने ग्राउंड स्तर पर जाकर सर्वे किया है। ऐसे में माना जा रहा है कि इस बार सर्कल रेट बढ़ेंगे। 2019 में सर्कल रेट की दरों में बदलाव हुआ था, हालांकि तब भी सर्कल रेट बढ़ा नहीं था, बल्कि कई एरिया में इसकी दरों में कटौती की गई थी।
अगले एक साल में 63 हजार फ्लैट बायर्स की होनी है रजिस्ट्री
नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना तीनों अथॉरिटी के एरिया में अमिताभ कांत पॉलिसी के तहत अगले एक साल में 63 हजार फ्लैट बायर्स की रजिस्ट्री होने का रास्ता साफ हो गया है। वहीं इस बार अप्रैल से लेकर अब तक करीब 7 हजार फ्लैटों की रजिस्ट्री होने का रेकार्ड है जोकि पिछले कई सालों के बाद इतने फ्लैटों की रजिस्ट्री होने का काम हुआ है। एक तरफ सालों से रजिस्ट्री का इंतजार कर रहे फ्लैट बाय़र्स की रजिस्ट्री होने की अच्छी खबर है। साथ ही रजिस्ट्री महंगी भी हो जाएगी।
जैसे – यदि किसी का 1000 स्क्वायर फुट का फ्लैट है और उस एरिया का सर्कल रेट 6 हजार है तो उसका स्टांप खर्च अभी के हिसाब से तीन लाख होगा। 25 प्रतिशत तक यदि बढ़ जाता है तो यह खर्च 75 हजार और बढ़ जाएगा।
फ्लैट बायर्स को लगेगा झटका
जिले की तीनों अथॉरिटी को अपना लैंड बढ़ाना आवश्यक है। किसान की जमीन का अधिग्रहण करते समय, जिला प्रशासन उस एरिया के सर्कल रेट के दोगुना रेट के हिसाब से मुआवजा किसानों को देता है। कई सालों से किसान इस दर को बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। अब फ्लैट बायर्स की रजिस्ट्री का मौका देखते हुए जिला प्रशासन सर्कल रेट में बढ़ोतरी करने जा रहा है ताकि किसानों से जमीन लेते समय यदि ज्यादा मुआवजा देना पड़ेगा तो उसकी भरपाई फ्लैट बायर्स की रजिस्ट्री से आने वाले स्टांप रेवेन्यू से हो जाएगी। तीनों अथॉरिटी को अपना लैंड बैंक बढ़ाना, जो इस समस्या का हल निकाल सकता है। किसान मौजूद दर जमीन देने को राजी नहीं है इसी के चलते सर्कल रेट इस बार बढ़ाया जाना तय माना जा रहा है।